Self Improvement

The Best Choice of Life to live alone and enjoy it…

The Best Choice of Life to live alone and enjoy it…

The Best Choice of Life to live alone and enjoy it – जीवन का सबसे अच्छा विकल्प अकेले रहना, उसका आनंद लेना है…

अकेलेपन की खूबसूरती यूँ बड़ाई जमाने ने… वफा करते-करते, ये दीवाने बैठ गए जमाने में…!

महफिलों की सौग़ात तो ये, ही सजाते हैं… महफिलों में अगर ये खड़े हो तो दिलों के राज खुल जाते हैं…!

मोहब्बत के अल्फ़ाज़ कुछ इन्हीं से होकर निकलते हैं… ये ना हो तो लोग भी कह उठते हैं…!

आख़िर महफ़िलों को सजाना कुछ इन्हीं की अदाकारी होती है… इनका आना कुछ यूँ  होता है… महफ़िलों का आलम सिसकने लगता है…!

ये अकेलेपन में कुछ यूँ खोये रहते हैं… अपनी जिंदगी की किताब को यूँ पिरोयें रहते हैं है… अल्फ़ाज़ इनके दिलों को छू जाते हैं…!

अकेलापन जरूरी है जिंदगी में.. इस नन्हीं सी जिंदगी को समझने के लिए.. पर इसके लिए कीमत उन्होंने बहुत गहरी चुकाई होती है…!

वो कीमत चुकाने में.. वो लोग मिट गए… जिंदगी का मतलब वो लोग ही बता गए…!

जरूरी होता है, इसको सीखना गलतियों से बचने के लिए… पर तन्हाइयों की सजा यही लोग सह गए…!

अकेलेपन की परिभाषा इन्हीं से होकर निकलती है.. ये लोग ना होते तो जिंदगी क्या खाक होती…!

महफ़िलों में ये लोग सहम से जाते हैं… रुकना इनकी फ़ितरत नहीं है… पर अल्फ़ाज़ों में ये बोलते-बोलते रुक जाते हैं..!

जरूरी है टूटे दिलों को संभालना.. पर उनमे सेहमी दरारें… उन्हें वही थाम देती हैं…  ख्वाहिशों को मारकर जिंदगी के मोतियों को पिरोयें रहते हैं…! एक नई जिंदगी को, एक नए आईने में दर्शाते हैं…!

टूटना उनकी ख्वाहिश तो नहीं थीं.. ख्वाहिशों से भारी जिंदगी को.. एक नए आएने में निखारते है…!

अकेलेपन भी बहुत खूबसूरत होता है.. सिर्फ जरूरी होता है उसे समझ कर खूबसूरत बनाना…!

सब कुछ हार कर उठना ही आखिरी choice है जिंदगी की.. अगर तुमने ये नहीं किया तो क्या खाक जिंदगी को जिया…!

दिलों की दरारों को कुछ यूँ सरोयें है… महफिलों को कुछ खुद सा सजाएं हुए है… बहुत प्यारी लगेगी जिंदगी अगर हमें खुद से इश्क हो गया…!

जमाने की धोखेबाजी.. जिंदगी जला देगी.. गलतियों को निखारेगी.. खुद से प्यार बढ़ाएगी… खुद को खास बनाएगी.. महफिलों में आपको दर्शाएगी… ख्वाहिशों में निहार लाएगी.. अकेलेपन में खुद को सजाएगी… ये जिंदगी है।