Anger is the cause of failure
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग saphalzindagi.com में, आज हम आपको गुस्सा यानि की Anger के बारे में बताएँगे की आप किस तरह गुस्सा हमें अंदर ही अंदर जलाता है गुस्सा असफलता का एकमात्र ऐसा कीड़ा है जिसको चाहे कितना भी घसीटा जाए पर वह जाने का नाम नहीं लेता है।
ये लेख उन लोगों के लिए खास होने बाला है जो लोग जरा जरा सी बात पर गुस्सा करने लगते है, इस लेख में दिए हुए उपाय को अपना कर आप कई हद तक अपने गुस्से को काम कर सकतें हैं क्युकी अगर आपका Control खुद पर नहीं होगा तो सफलता को कैसे कण्ट्रोल कर पाओगे।
आप लोग ये भी जानेगे की किस तरह गुस्सा असफलता का कारण बनता है इस के ऊपर एक जबरदस्त Motivational भी साथ में Add है इसलिए हमारे लेख को पूरा आखिर तक पढ़ें…
गुस्सा उतार कर हम खुद के मन को तो हल्का कर लेते हैं, पर उसके परिणाम हमे जिंदगी भर देखने को मिलते है क्युकी हर एक व्यक्ति मान सम्मान चाहता है और उस पर गस्सा करने से हम अपने रिश्तो को कमजोर कर लेंतें इससे गुस्सा हमे बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
गुस्सा विनाश का कारण है नहीं आप उसे बनाते हो, गुस्सा से एक बात जाहिर होती है कि आप में किसी बात की सहनशक्ति नहीं है, और ये आपको एक परसेंट भी सफल नहीं होने देगा, इसलिए आप कभी अपने गुस्से को अपने विनाश का कारण बिल्कुल मत बनने देना यह गुस्सा है, आपको बर्बादी के अलावा कुछ भी नहीं देगा आपको सफल होना है तो आपको गुस्से को त्यागना ही होगा, चलिए एक मैं आपको उदाहरण देता हूं, अपना के जरूर देखना।
आप अपना प्रस्ताव लेकर किसी के सामने जाते हैं, आप अपने व्यापार के बारे में बता रहे हैं और आपका उपाय बहुत ही अच्छा है, पर सामने वाला व्यक्ति आपको बिना कुछ सुने ही आपका प्रस्ताव ठुकरा दे तो आपको बहुत ज्यादा गुस्सा आएगा,
आप शायद उस गुस्से से उसको मार भी सकते हो और सामने वाला व्यक्ति जिसको आप प्रस्ताव दे रहे हो तो जाहिर सी बात है कि वह आपसे बड़ी पोस्ट पर होगा ही, और तो और वो जब चाहे तुम्हें गिरा भी सकता है,
आप सिर्फ एक पल में ही मुंह के बल पर गिर सकते है, इसलिए गुस्सा ही हमेशा विनाश का कारण बनता है इसे आज ही छोड़ने का फैसला कर लो,
एक बार तो महाभारत में द्रोपदी का कुछ ज्यादा ही बोल जाना युद्ध की वजह बना था, बजह तो ये थी कि द्रौपदी ने कुछ ऐसा बोल दिया था की कौरवों अपने गुस्से पर नियंत्रण नहीं कर पाय तो उन्होंने चीर हरण किया और युद्व हुआ।
आप अगर बाकेई में गुस्सा करना चाहते हो तो आप खुद पर गुस्सा करो, अपने काम पर गुस्सा करो, आप अपने काम पर जितना ज्यादा हो सके उतना जोर डालकर उसे बुलंदियों तक पहुंचा सकते हो, सिर्फ आप अपना गुस्सा जरूरी नहीं कि लोगों को ही दिखाओ आप अपने काम में भी गुस्सा दिखा सकते हैं।
उसे सफल बना सकते हैं, आपको जिद दिखानी होगी अगर आपके काम में जिद होगी तो फिर आप को कौन रोक सकता है लेकिन आपको आज से ही खुद से वादा करना होग कि आप अपना गुस्सा खुद को सफलता की बुलंदियों पर ले जाने में दिखाएंगे ना कि दूसरों को।
आपको पता है मैं ये बात आपसे क्यों कर रहा था क्योंकि आप दूसरों के सामने बहाने बना सकते हो, पर आप खुद से बहाने कतई भी नहीं बना सकते अगर वाकई में सफलता चाहते हो अगर, तो आप खुद से बहाने बनाने का सोच भी नहीं सकते याद रखना कड़वा है पर सच है।
आप इतना गुस्सा हर रोज करो कि अगर आप कोई काम नहीं कर रहे हो, तो आप खुद को सजा दो आप खुद पर गुस्सा करो मैं ऐसी कोई बड़ी सजा की बात नहीं कर रहा हूं, जैसे कि आपने आज का काम नहीं किया तो आप जो समय अपने मोबाइल को दीया करते हो,
वह 1 दिन के लिए बंद करके खुदको सजा दो क्योंकि यह सजा आपको काम करने पर मजबूर जरूर कर देंगी, और आप सफल जल्दी हो पाओगे तो आप दूसरों पर गुस्सा भी बिल्कुल नहीं करोगे अधिकतर लोग अपने असफलता से लोगों पर गुस्सा करते हैं,
वो काम खत्म नहीं कर पाते हैं जिससे वह खुद पर गुस्सा होते हैं और दूसरों पर दिखाते हैं यह बिल्कुल से गलत है आप जितना समय पश्चाताप में जलते रहते हो, और खुद पर गुस्सा दिखाते हो उसकी जगह आप अपना काम भी तो खत्म कर सकते हो मेरी सारी बातें कड़वी होती है पर सच भी होती है,
मैं तो आपका गुस्सा दूर करना चाहता हूं गुस्सा किसको नहीं आता है छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा होना जरूरी नहीं होता, फिर भी हम गुस्सा दिखाते रहते हैं ये बिल्कुल गलत है।
आप अपनी गुस्से से बाहर आकर एक बार देख तो लो कितनी हसीन दुनिया है माना कि आपको अनेक परेशानियां होगी, अनेक दुख भी होंगे क्या हम अपनी परेशानी अपने दुख को दूर नहीं कर सकते उनसे लड़ नहीं सकते अगर घर से मेहनत करना अच्छा नहीं लग रहा है कर नहीं पा रहे हो।
तो घर से दूर चले जाओ पर जाना तो पर एक सफल व्यक्ति के रूप में लौटना भी हम खुद से गुस्सा बिल्कुल भी नहीं करना चाहते हैं हमारे हालात या हम कुछ इस तरह हो जाते हैं कि हमें गुस्सा आ जाता है पर हमारा गुस्सा पता नहीं कितने लोगों को जलाता है कितने दुश्मन पैदा करता है।
कोई आपको उस वक्त समझेगा नहीं कि यह उसने गुस्से में बोला है, हमेशा लोग गुस्से की बातों को दिल पर लगा बैठते हैं और अंदर ही अंदर से घुटते रहते हैं, हमें ना ही किसी के गुस्से का शिकार बनना है और ना ही हमें गुस्सा करना है,
आपसे हो सके तो जितना लड़ाई झगड़ों से दूर रहो अकेला रहना शुरू पसंद करो तो आपको गुस्सा आएगा ही नहीं, खुद पर गुस्सा आएगा आप खुद पर ही निकाल लोगे पर दूसरों पर बिल्कुल भी नहीं निकालोगे।
खुद पर गुस्सा निकाल दोगे तो आपका काम पूरा होने लगेगा तो आप खुद पर गुस्सा करना भी छोड़ दोगे, सब धीरे-धीरे बदल जाएगा और आप भी फिर देखोगे कि सच में दुनिया हसीन है चलिए तो मेरे ख्याल से आप गुस्सा करना आज ही से छोड़ दोगे, Good Luck For Your Life Struggle.
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