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Smart Work और Hard Work में क्या अंतर है? जानिए –

Smart Work और Hard Work में क्या अंतर है?

हैलो दोस्तों स्वागत है, आपका हमारे ब्लॉक saphalzindagi.com में, आपने ऊपर पढ़ ही लिए होगा, और इससे आप यह भी जान गए होगे, कि आज के हमारे लेख में हम आपको क्या बताएंगे, आज का ये खास लेख है स्मार्ट वर्क और हार्ड वर्क में क्या अंतर होता है? इस पर है।

काफी सारे लोग हैं, जो लोग मेहनत करते हैं, और उनको पता ही नहीं होता है, कि हम स्मार्ट वर्क कर रहे हैं या हार्ड वर्क कर रहे हैं, एक काम में सफल होने में हमें स्मार्ट वर्क की कितनी जरूरत होती हो कितनी हार्ड वर्क की जरूरत होती है आज आप हमारे लेख में जानेंगे।

हमारी मेहनत का हमारी जिंदगी में कितना अहम रोल होता है, यह बात तो आप जानते होंगे आप ये भी जानते होंगे की मेहनत करना जिंदगी में क्यों जरूरी होता है, हमें अगर एक सफल जिंदगी चाहिए होती हैं, तो हमें उसके लिए मेहनत करनी पड़ती है, कई लोग गलत तरीके से मेहनत करते हैं जिस तरीके से वह कभी सफल नहीं हो पाते है और उन तरीकों को आज हम पकड़ कर आपको बताएंगे कि मेहनत कैसे और किस तरीके से करनी चाहिए किस तरीके की मेहनत आपको सफल बना सकती है ।

Smart Work और Hard Work में क्या अंतर है? जानिए –

स्मार्ट वर्क (Smart Work) का मतलब क्या होता है?

स्मार्ट वर्क (Smart Work) का मतलब होता है, आप कितनी अच्छी तरीके से किसी काम को करते हो, और कितनी तकनीकों का इस्तेमाल करके उस काम को आसान बनाते हो, और कितनी आसान तरीके से काम करते है, और बहुत ही कम समय में उस काम को कर लेते हैं उसको हम बोलते हम स्मार्ट वर्क (Smart Work).

(Smart Work) स्मार्ट वर्क यानी कि काम को बहुत ही क्रिएटिव माइंड सेट के साथ करना ताकि उस काम में आपकी हर एक स्किल हर एक क्रिएटिविटी झलके।

स्मार्ट वर्क (Smart Work) कौन कौन से हैं?

जब सवाल आता है, कि स्मार्ट वर्क कौन कौन से होतें हैं, तो हम आपको बता दें, कि स्मार्ट वर्क हमसे हमारी गधा मजदूरी नहीं मांगता है, कि आप तो बस लग जाओ किसी काम में बिल्कुल रपीटे के साथ इसे स्मार्ट वर्क नहीं कहते है,

ये मांगता है आपकी क्रिएटिविटी, आपकी आपका माइंड सेट, जो आपने अभी तक सीखा है, उसको आपको अपने काम में किस तरीके से सदुपयोग यूटिलाइज(Utilize) करना है, वह सब कुछ आप से मांगता है,

स्मार्ट वर्क कहता है, कि आप किसी भी काम को करिए तो एक स्मार्ट तरीके से करिए, ताकि आपका काम भी हो जाए और आपको ये भी ना लगे कि आपने कोई मजबूरी या कोई काम किया है, आपको बिलकुल थकान ना हो, आप बिल्कुल फ्री रहे, स्मार्ट वर्क इसमें आपको मजा आता है,

(Smart Work) स्मार्ट वर्क करने के बहुत सारे तरीके है, आपको तो बस इतना पता होना चाहिए, कि आप जब किसी काम को अलग ही अंदाज से अलग ही मजे के साथ अपनी पूरी स्किल के साथ किसी काम को करते हैं, उसे स्मार्ट वर्क कहते हैं,

स्मार्ट वर्क (Smart Work) कैसे किया जाता है?

इस दुनिया में लाखों लोग काम करते हैं, कुछ दूसरों के लिए काम करते हैं, तो कुछ खुद के लिए काम करते हैं, और अपना बिजनेस डालते हैं आप भी कुछ ना कुछ काम कर ही रहे होंगे, तब आप हमारी वेबसाइट पर यह आर्टिकल पढ़ने के लिए आए हैं, तो दोस्तों हम आपको बता दें कि स्मार्ट वर्क कोई अलग काम नहीं है, बल्कि उस काम को करने के तरीके को स्मार्ट वर्क कहते हैं,

अगर आप किसी काम को कर रहे हैं, तो उसको कुछ इस तरीके से करें ताकि आपका काम भी हो जाए और आप अच्छा महसूस भी करें अपनी स्किल अपनी क्रिएटिविटी और अपनी बुद्धि क्षमता के साथ आप किसी काम को करें, ताकि उस काम में आपका अनुभव झलके उस काम को आप एक अलग बना देंगे तब आप स्मार्ट वर्क करना सीख जाएंगे,

स्मार्ट (Smart) कैसे बने ?

स्मार्ट कैसे बने? स्मार्ट बनने के काफी सारे तरीके होते हैं, आपको पहले तो अपनी पूरी बॉडी-पर्सनालिटी को बराबर से मेंटेन (Maintain) करना आना चाहिए, आप जब तक अपने आप को इंप्रूव नहीं करेंगे, तब तक आप एक स्मार्ट व्यक्ति नहीं बन पाएंगे,

आपकी स्मार्टनेस आपकी नॉलेज से ज्यादा झलकती है, जितनी आपको नॉलेज होगी, उतनी ज्यादा आप स्मार्ट लगोगे और जितनी नॉलेज आपके अंदर रहेगी, उतना ही कॉन्फिडेंस (Confidence) आपके अंदर रहेगा, और एक कॉन्फिडेंस व्यक्ति हमेशा एक स्मार्ट व्यक्ति की क्षेणी में आता है, इसलिए आपको अगर स्मार्ट बनना है, तो आप जितनी हो सके उतनी जानकारी यानि ज्ञान लेने की कोशिश करें। 

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आपको इसके परिणाम एक-दो दिन एक दो महीने में नहीं मिलेंगे बस आप अगर लगातार इस काम को करते हैं, तो आप एक-दो साल में देखेंगे कि आपकी पर्सनालिटी में कितना ज्यादा इंप्रूवमेंट आया है, आप कितने ज्यादा स्मार्ट लगने लगे हैं, आपका काम कितनी जल्दी होने लगा है, और आप में कितनी ज्यादा ज्ञान आ चुका है, इसलिए आपको अगर स्मार्ट बनना ही है, तो आप ज्ञान कि इतने आदी बन जाइए,

आप खुद की पर्सनैलिटी को सुधारें ताकि आप खुद को एक स्मार्ट व्यक्ति कह सके, आप अपनी पर्सनैलिटी सुधारने के लिए हमारे लेख पढ़ सकते हैं, और ढेर सारी बुक्स (Books) आती हैं, जो मैं आपको समय समय पर Suggest करते रहता हूं, इसलिए आप हमारे साथ जुड़े रहना ताकि आप स्मार्ट बन सके आपकी ज्ञान की क्षमता बढ़ सके।

हार्ड वर्क का मतलब होता है, कठिन परिश्रम किसी काम को जी जान और पूरी क्षमता के साथ करते हैं, उसमें अपना दिन रात लगा देते हैं और अपना काम करते ही जाते हैं उसे हम हार्ड वर्क कहते हैं,

एक व्यक्ति कड़ी परिश्रम करके जिंदगी में कुछ भी हासिल कर सकता है यह बात सत्य है पर कठिन परिश्रम से जिंदगी में आगे बढ़ा जा सकता है, पर उस में ठहरने के लिए हमें स्मार्ट वर्क की जरूरत होती है, जब तक आप स्मार्ट वर्क नहीं करते हैं, तब तक आप जीवन को पुराने ही तरीके से जीते रहते हैं, और अपनी सफलता के काम को भी पुराने तरीके से ही करते रहते हैं,

हार्ड वर्क (Hard Work) कौन कौन से हैं?

हार्ड वर्क कई तरीके के होते हैं जब व्यक्ति किसी काम को गधा मजदूरी के तौर पर करता है उसे हम हार्ड वर्क कहते हैं, वह व्यक्ति लगा ही रहता है, उस काम को करने में जब तक वह काम खत्म नहीं हो जाता है, तब तक वह रुकता नहीं है, उस काम को हम हार्ड वर्क कहते हैं,

इस काम को करने के तरीके आप एक जगह बैठ जाइए और एक काम को रख लीजिए आप तब तक मत उठिए जब तक उस काम को पूरा खत्म ना कर ले,

इस काम को हम गधा मजदूरी भी कहते हैं क्योंकि आप एक बार बैठ गए उस काम को करने के लिए और आप लगातार करते ही जा रहे हैं, आप थोड़ा थोड़ा ब्रेक लीजिए ताकि आपका माइंड फ्रेश हो आपको एक नई एनर्जी भी मिले कुछ काम करने के लिए, आप बिना ब्रेक लिए लगातार करते जाएंगे, तो आपका माइंड सेट यह थॉट प्रोसेस भी इतने अच्छे से काम नहीं करेगी, आपको अपने थॉट प्रोसेस को अच्छा करना है और आपको हार्ड वर्क करना है, तो उसके लिए आपको बीच-बीच में ब्रेक लेकर अपनी स्किल का इस्तेमाल करके आपको अपने काम को पूरा करना पड़ेगा।

Smart Work और Hard Work में क्या अंतर है?

स्मार्ट वर्क और हार्ड वर्क में बहुत ही कम अंतर होते हैं, और यह आपको पता होना चाहिए, स्मार्ट वर्क व्यक्ति जीवन में सफल बहुत जल्दी होता है, क्योंकि वह जानता है कि किसी काम को हम अगर बहुत ही आसान तरीके से और पूरी लगन से और अपनी क्रिएटिविटी (Creativity) के इस्तेमाल से करें तो वह काम जरूर सफल होगा,

हार्ड वर्क व्यक्ति ये नहीं जानता वह काम करता है, और उन्हीं तरीकों का इस्तेमाल करता है, जो उसे लोग बताते हैं, वह अपना दिमाग बहुत कम लगाता है, और मेहनत करते जाता है इससे उसको बहुत ही कम फायदा होता है, और वह हमेशा लॉस में रहता है, पर अगर व्यक्ति को सफल होना है, तो स्मार्ट वर्क करना आना चाहिए। 

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स्मार्ट व्यक्ति वह किसी भी क्षेत्र में उन्नति कर सकता है, पर हार्ड वर्क व्यक्ति अपने क्षेत्र में पूरी तरह से उन्नति नहीं कर पाता है, अगर व्यक्ति को जीवन में सफल होना है तो खुद को स्मार्ट वर्कर बनाने में अहमियत दें क्योंकि यह स्मार्ट वर्क जो उसे जीवन में सफलता दिला सकता है, और यह सफलता हर एक शख्स चाहता है कि वह जीवन में एक ऐसा मुकाम हासिल करें जिस पर लोग जाने की कोशिश भी नहीं कर पाते पर यह संभव है, तो सिर्फ हार्ड वर्क से क्योंकि आप गधा मजदूरी कब तक करोगे।

हम कड़ी मेहनत क्यों करते हैं?

हम कड़ी मेहनत क्यों करते हैं? यह बात आपको पता ही होगी, हम कड़ी मेहनत इसलिए करते हैं, क्योंकि हमें जीवन में सफलता पानी होती है हम अपनी मंजिल के इतने आदी हो जाते हैं, कि हम कड़ी मेहनत करने पर उतर आते हैं, और हम काम को करते जाते हैं और सोचते हैं कि हमें सफलता मिल ही जाएगी पर दोस्तों एक बात सत्य नहीं है,

जीवन में हमेशा सफल वही होता है, जो काम को एक अनोखे अंदाज में करें क्योंकि लोग अनोखे अंदाज को ही पसंद करते हैं ना कि 100 लोग एक ही काम को एक ही तरीके से कर रहे हैं, ये लोग तो क्या हम भी पसंद नहीं करते है,

लोग हमेशा अनोखे अंदाज को पसंद करती है इसलिए कड़ी मेहनत करो पर अपना तरीका कुछ अनोखा रखो स्मार्ट रहो उससे आपको काम में उन्नति जरूर मिलेगी इसलिए हम कड़ी मेहनत को इतना अहम मानते हैं पर आप अपने प्रोस्पेक्ट (देखने के तरीके को) को बदलिए और कड़ी मेहनत नहीं स्मार्ट पर करना शुरू करिए।

मेहनत करने वालों का रास्ता कैसे होता है?

मेहनत करने वालों का रास्ता बहुत ही कठिन होता है, यह बात सभी लोग जानते हैं, क्योंकि मंजिल को पाना आसान नहीं होता है, लोग दिन के 15-15 घंटे काम करना कुछ गिने-चुने लोग ही इसको कर पाते हैं इसलिए जिंदगी में सिर्फ 5% लोग ही सफल हो पाते हैं, और बाकी के 95% लोग असफल रह जाते हैं, क्योंकि वह बीच में ही छोड़ देते हैं क्योंकि वह जिस रास्ते पर चलते हैं,

उन्हें एक कांटा चुबा और बैठ कर रह जाते हैं, आपको ऐसा नहीं करना है आपको मेहनत करनी है, तो पूरे जी और जान से करनी है, ताकि आप पूरी दुनिया को बता सके कि आप में जोश है, आप कुछ करने लायक हो और ये सब को पता है कि मेहनत करने वाले का रास्ता बहुत कठिन होता है, आपको पता ही है तो उस रास्ते पर जब चलना शुरू किया है तो अपनी मंजिल तक जाना पड़ेगा ही पड़ेगा क्योंकि आपके पास और कोई रास्ता नहीं होगा,

आप पीछे आ जाओगे अगर तो भी जिंदगी का कोई वजूद नहीं रहेगा और अगर आप हार के बैठ जाओगे तो भी जिंदगी कोई वजूद नहीं रहेगा इसलिए जिस मंजिल को आप जी जान से चाहते हो, उस मंजिल को पूरा करने का जोश सिर्फ आप में होना चाहिए और वह विश्वास आप खुद पर करेंगे तो आप जरुर सफल होंगे।

सुविचार : लब्ज़ की आवाज़ चिल्लाकर भी कुछ कानों तक जाती है और मेहनत की शान्ति  भी पूरी दुनिया को सुनाई दे जाती है।

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Note : आपको Smart Work और Hard Work में क्या अंतर है? का लेख कैसा लगा ये हमे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।